Diwali Puja, Lakshmi Puja Timings for Ahmedabad, Gujarat, India
Lakshmi Puja – 24 October 2022, Monday
Lakshmi Puja Muhurta – 07:21 PM to 08:38 PM
Pradosh Kaal – 06:07 pm to 08:38 pm
Taurus Period – 07:21 PM to 09:19 PM
Amavasya Tithi starts – 24 October 2022 at 05:27 PM
Amavasya date ends – 25 October 2022, at 04:18 pm
Lakshmi Puja Muhurta in Other Cities
Ahmedabad – 07:21 PM to 08:38 PM
Mumbai – 07:26 PM to 08:39 PM
Bangalore – 07:16 PM to 08:23 PM
Chennai – 07:06 PM to 08:13 PM
Chandigarh – 06:51 PM to 08:16 PM
Gurugram – 06:54 PM to 08:17 PM
Hyderabad – 07:06 PM to 08:17 PM
Jaipur – 07:02 PM to 08:23 PM
Kolkata – 06:19 PM to 07:35 PM
New Delhi – 06:53 PM to 08:16 PM
Noida – 06:52 PM to 08:15 PM
Pune – 07:23 PM to 08:35 PM
On the day of Diwali, wake up early in the morning and do Shradh to the ancestors of your family and worship the deities of your family. Keep fast for the whole day and eat this food after Lakshmi Puja in the evening.
On Diwali, decorate homes and shops with strings of marigold flowers and leaves of Ashoka, mango and banana. Keep coconut in a vase and keep it on both sides of the main door of the house.
For Lakshmi Puja, keep a red cloth on the right side and install the idols of Lord Ganesha and Goddess Lakshmi adorned with beautiful silk clothes and ornaments. Place a white cloth on the left side of the asana and place Navagraha on it.
Make small flakes of rice at nine places and duly install Navagraha on a white cloth. Make sixteen mounds of wheat flour on a red cloth. Complete Lakshmi Puja with rituals.
Guruji Sangamji says that Laxmi Puja should not be performed at Chaudiya Muhurta, because those Chaudiya Muhurtas are useful for travelling. Therefore, the Taurus Ascendant is considered most auspicious for Lakshmi Puja. Gujarati business people perform Chopra Puja during Diwali Puja.
Guruji Sangamji wishes you a very Happy Diwali 2022.
दीवाली पूजा
दीवाली के लिए लक्ष्मी पूजा का समय अहमदाबाद, गुजरात, भारत
लक्ष्मी पूजा – 24 अक्टूबर 2022,सोमवार
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त – रात 07:21 से रात 08:38
प्रदोष काल – रात 06:07 से रात 08:38
वृषभ काल – रात 07:21 से रात 09:19
अमावस्या तिथि प्रारम्भ – 24 अक्टूबर 2022 को शाम 05:27 बजे
अमावस्या तिथि समाप्त – 25 अक्टूबर 2022, को शाम 04:18 बजे
अन्य शहरों में लक्ष्मी पूजा मुहूर्त
अहमदाबाद – 07:21 पी एम से 08:38 पी एम
मुम्बई – 07:26 पी एम से 08:39 पी एम
बेंगलूरु – 07:16 पी एम से 08:23 पी एम
चेन्नई – 07:06 पी एम से 08:13 पी एम
चण्डीगढ़ – 06:51 पी एम से 08:16 पी एम
गुरुग्राम – 06:54 पी एम से 08:17 पी एम
हैदराबाद – 07:06 पी एम से 08:17 पी एम
जयपुर – 07:02 पी एम से 08:23 पी एम
कोलकाता – 06:19 पी एम से 07:35 पी एम
नई दिल्ली – 06:53 पी एम से 08:16 पी एम
नोएडा – 06:52 पी एम से 08:15 पी एम
पुणे – 07:23 पी एम से 08:35 पी एम
दीवाली पूजा, लक्ष्मी पूजा
दिवाली के दिन सुबह जल्दी उठकर अपने परिवार के पूर्वजों का श्राद्ध और अपने कुल के देवी-देवताओं पूजा करें। पूरे दिन उपवास रखे और शाम को लक्ष्मी पूजा के बाद इस भोजन करें।
दीवाली के दिन घरों और दुकानों को गेंदे के फूल की लड़ियों व अशोक, आम तथा केले के पत्तों से सजाये। नारियल को कलश में रखकर घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर रख दें।
लक्ष्मी पूजा के लिए दाहिनी ओर लाल रंग का कपड़ा रखें और उस पर सुंदर रेशमी वस्त्रों और आभूषणों से सुशोभित भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की मूर्तियां स्थापित करें। आसन के बाईं ओर एक सफेद कपड़ा रखें और उस पर नवग्रह स्थापित करें।
नौ स्थानों पर चावल के छोटे-छोटे गुच्छे बनाकर सफेद कपड़े पर विधिवत नवग्रह स्थापित करें। लाल कपड़े पर गेहूँ के आटे से सोलह टीले बनाए। लक्ष्मी पूजा को विधि के साथ पूर्ण करें।
गुरुजी संगमजी का कहना है की लक्ष्मी पूजा चौड़िया मुहूर्त नहीं करनी चाहीए, क्योंकि वे चौड़िया मुहूर्त यात्रा के लिए उपयोगी होते हैं। इसलिए वृष लग्न को लक्ष्मी पूजा के लिए सबसे शुभ माना जाता है। दिवाली पूजा के दौरान चोपड़ा पूजा करते गुजराती व्यापारी लोग।
गुरुजी संगमजी की ओर से दीपावली 2022 की हार्दिक शुभकामनाएं।
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