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प्रश्न – एक मित्र ने पुछा हैं की “भारत में कोरोना वायरस (Corona Virus) का खात्मा कब होगा।”
होरारी नंबर – 212/249
प्रश्न निर्णय तारीख – 28-03-2020, शनिवार
प्रश्न निर्णय समय – 15:35:16
प्रश्न निर्णय स्थल – अहमदाबाद,गुजरात,भारत
अक्षांश-रेखांश – 23° N 2′, 72° E 37’
के.पी.अयनांश – 24°.2′.58″
के.पी. पध्धती आधारीत प्रश्न कुंडली
ज्योतीषीय विश्लेषण
नियम
8 भाव का उपपति जिस नक्षत्र में हो,उस नक्षत्र का स्वामी जिस राशी में हो, उस राशि के अग्नि,पृथ्वी,जल,वायु आदि तत्वों को देखना होगा।साथ ही उस गुणतत्वों को भी देखना।
8 भाव का उपपती गुरु हैं, गुरु, सुर्य के नक्षत्र में हैं।
Ju+(11, 2-11, [4, 5, 8, 11]), in the star of Su(2, 7), in the sub of Ra(5)।
गुरु का नक्षत्र स्वामी सुर्य 2 रे भाव में बैठा हैं औऱ गुरु की मीन राशी(जलीय तत्व) की राशी में हैं। इसलिए रोगप्रतिकारक शक्ति की कमी, खांसी,जुकाम,कफ से जुडी गले की बीमारीयां होगी। गुरु वृध्धिकारक अत:शरीर के किसी भी हिस्से का अतिरिक्त बढना या रस निर्माण अधिक होने के वजह से खांसी,जुकाम,कफ से जुडी गले की बीमारीयां को बढाता हैं।
नियम
6 भाव का उपपति 1,5,11 में से कीसी एक भाव कार्येश हो, तो उस दशा अंतर्दशा में कोरोना वायरस (Corona Virus ) का खात्मा होगा।”
6 भाव का उपपति शनि हैं। शनि,सुर्य के नक्षत्र में हैं।
Sa(12, 1-12), in the star of Su(2, 7), in the sub of Me+(1, 5-8)।
शनि 1 ले भाव का कार्येश हैं। इसलिए कोरोना वायरस (Corona Virus ) का खात्मा होगा।”
Which kind of medicines would be suitable for you viz। allopathic or Homeopathic or any other healing system?
किस तरह की दवाएं आपके लिए उपयुक्त होंगी। एलोपैथिक या होम्योपैथिक या कोई अन्य उपचार प्रणाली?
नियम – 5 वें भाव का उपनक्षत्र स्वामी सुर्य से संबंधित हो, तब एलोपैथी, शुक्र से संबंधित हो तो होमिओपॅथिक के उपचार करने से लाभ होता हैं।
5 वें भाव का उपपती गुरु हैं और गुरु, सुर्य के नक्षत्र में हैं।
5 भाव का उपनक्षत्र स्वामी गुरु,सुर्य से संबंधित हैं इसलिए एलोपैथी उपचार करने से लाभ होगा।
Ju+(11, 2-11, [4, 5, 8, 11]), in the star of Su(2, 7), in the sub of Ra(5)।
Is disease curable or incurable? क्या रोग ठीक होगा या रोग ठीक नही होगा या लाइलाज हैं?
नियम – 6 भाव का उपपति शनि हो, तो बीमारी लंबे समय तक चलती हैं।
6 भाव का उपपति शनि हैं।
Sa(12, 1-12), in the star of Su(2, 7), in the sub of Me+(1, 5-8)।
6 भाव का उपपति शनि हैं। इसलिए कोरोना वायरस (Corona Virus ) का खात्मा होने में लंबा समय लगेगा।”
दशानाथ
सुर्य की दशा ता.28/03/2020 से ता.02/08/2025 तक रहेगी।
Su(2, 7), in the star of Sa(12, 1-12), in the sub of Ra(5)।
दशानाथ सुर्य, शनि के नक्षत्र में हैं।
दशानाथ सुर्य 1 ले भाव का कार्येश हैं। दशानाथ सुर्य 1 (दिर्घायु), भाव का कार्येश हैं। महामारी के बावजूद, भारत में जानहानी कम होगी।
भुक्तिनाथ
चंद्र की भुक्ती ता.28/03/2020 से ता.20/05/2020 तक रहेगी।
Mo+(3, 6, [1, 3]), in the star of Su(2, 7), in the sub of Mo+(3, 6, [1, 3])।
चंद्र 2,7,6,1,3 भाव का कार्येश हैं। भुक्तीनाथ चंद्र 1 (दिर्घायु), भाव का कार्येश हैं। महामारी के बावजूद, भारत में जानहानी कम होगी। उसका कारण यह है की चंद्र 2 रे (परिवार के साथ रहने की समझदारी दुसरे अर्थ में लॉकडाउन हैं) भाव का कार्येश हैं।
मंगल की भुक्ती ता. 20/05/2020 से ता.25/09/2020 तक रहेगी।
Ma+(12, 3-10), in the star of Su(2, 7), in the sub of Sa(12, 1-12)।
मंगल 2,7,12,3,10 भाव का कार्येश हैं। 1 या 5 या 11 भाव में से किसी भी एक भाव का कार्येश नही हैं।
राहु की भुक्ती ता. 25/09/2020 से ता.20/08/2021 तक रहेगी।
Ra(5), in the star of Ra(5), in the sub of Ju+(11, 2-11, [4, 5, 8, 11])।
Ra is agent of Me+(1, 5-8),
भुक्तीनाथ राहु 11 औऱ 5 भाव का सबल कार्येश हैं।
इसलिए, इस अवधी के दौरान कोरोना वायरस (Corona Virus ) का खात्मा होगा।”
आप के प्रश्न का सटीक जवाब
लोगों के मन में एक ही सवाल हैं कि इस कोरोना वायरस का खात्मा कब होगा और इस महामारी से कब राहत मिलेगी।
कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल चुका हैं। इसके संक्रमण को रोकने के लिए, भारत के प्रधान मंत्री ने 14 अप्रैल तक 21 दिनों के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया हैं।
भारत में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। सरकार इससे निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही हैं। साथ ही लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही हैं।
इस बीच, गुरुजी संगमजी, ज्योतिषीय विश्लेषण के अनुसार अपने विचारों को प्रस्तुत कर रहे हैं।
ज्योतिष विज्ञान की दृष्टि से देखें तो
कोरोना वायरस की भयावह स्थिति को देखते हुए, लोगों में जो भय व्याप्त हैं, वह विश्वव्यापी हैं, लेकिन इस पृथ्वी पर ग्रहों की गति के बिना कुछ भी संभव नहीं हैं। कहीं न कहीं ग्रहों का प्रभाव होता हैं।
प्रश्न कुंडली के विश्लेषण से पता चल रहा हैं की कोरोना वायरस रोगप्रतिकारक शक्ति को कम करता हैं औऱ खांसी,जुकाम,कफ से जुडी बीमारीयां देता हैं साथ ही गुरु वृध्धिकारक अत:शरीर के किसी भी हिस्से का अतिरिक्त बढना या रस निर्माण अधिक होने के वजह से खांसी,जुकाम,कफ से जुडी बीमारीयां को बढाता हैं जो मौत का कारण बनता हैं। नतीजतन, बुखार, सर्दी, सांस की तकलीफ, बहती नाक और गले में खराश जैसी समस्याएं। जो मौत का कारण बनता हैं।
8 वे भाव का उपपती गुरु, 8 वे (गूढ रहस्य का भाव) भाव का सबल कार्येश हैं इसलिए कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षणों की पहचान नही होती। कोरोना वायरस को काबू में नही किया जा सकता हैं। कोरोना वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया हैं। इसलिए कोरोना वायरस (Corona Virus ) का खात्मा होने में लंबा समय लगेगा।”
ता.28/03/2020 से ता.20/05/2020 तक महामारी के बावजूद जानहानी कम होगी। उसका कारण यह है की चंद्र 2 रे (परिवार के साथ रहना दुसरे अर्थ में लॉकडाउन) भाव का कार्येश हैं। जिस तरह से कोरोना वायरस दुनिया भर में फैल रहा है, उसे देखते हुए लॉकडाउन का यह फैसला बहुत महत्वपूर्ण था। लॉकडाउन नहीं करते तो महामारी पूरे देश में बुरी तरह फैल जाती औऱ ज़्यादा तकलीफ़ होती।
ता.20/05/2020 से ता.25/09/2020 इस अवधि के दौरान कोरोना वायरस के अधिक प्रभाव को खत्म करने के लिए “कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका” का सख्ती से पालन करें औऱ नागरिक धर्म निभाएं। इस महामारी से बचने यही एक मात्र इलाज हैं। कोरोना वायरस से न घबराएं, घर में रहें, सुरक्षित रहें। आखिर जीत हमारी ही होगी।
ता.25/09/2020 से ता,20/08/2021 इस अवधी के दौरान कोरोना वायरस (Corona Virus ) का खात्मा होगा।” कारण यह है की एलोपैथी उपचार करने से लाभ होगा। जिससे कोरोना वायरस के हमले से राहत मिलने लगेगी और इसके संक्रमण के प्रभाव कम होने लगेंगे। लोगों में भय कम हो जाएगा और महामारी नियंत्रित होने लगेगी। कोरोना वायरस को लेकर बहुत सावधानी बरती जाएगी। जिससे यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलना कम हो जायेगा।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका
इस ज्योतिषीय गणना के आधार पर, भारत को कोरोना से लड़ने में मदद मिलेगी।
शुभकामनायों के साथ
आपका ज्योतिषी
गुरुजी संगमजी
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